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रूस द्वारा “शांति की बातें” करना, बेमानी हैं: यूक्रेन

रूस द्वारा “शांति की बातें” करना, बेमानी हैं: यूक्रेन

रूस के हालिया मिसाइल और ड्रोन हमलों में हुई जनहानि के बाद, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे मॉस्को पर “एक मज़बूत प्रतिबंध पैकेज” लागू करें। यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि रूस ने ताज़ा हमलों में “कई इलाक़ों में नागरिक क्षेत्रों और ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाया है।”

कीव के विदेश मंत्रालय ने हालिया मिसाइल-और ड्रोन हमलों को “नकली शांति की बातचीत” बताते हुए पश्चिमी देशों से मॉस्को पर कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग दोहराई है। मंत्रालय ने कहा है कि रूसी हमलों ने कई इलाक़ों में नागरिक इलाक़ों और ऊर्जा अवसंरचना को निशाना बनाया, जिससे जान-माल का भारी नाश हुआ और लोगों की रोज़मर्रा की ज़िन्दगी बाधित हुई।

अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न हमलों में कम से कम छह नागरिकों की मौत हुई और सत्रह से अधिक लोग घायल हुए — इनमें दो बच्चे भी शामिल हैं — जबकि ग़ैर-सरकारी और स्थानीय सूत्रों ने अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग संख्या की रिपोर्टें दी हैं, जो घटनास्थल की तेज स्थिति और सूचना आने में देरी का नतीजा है।

यूक्रेनी मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि पिछले रात के हमलों में ज़ापोरीझज़िया, ओडेसा, डनीप्रो, कीरोवोह्राद, विनित्सिया, पोलटावा और चेरकासी सहित कई क्षेत्रों को मिसाइलों और ड्रोन से निशाना बनाया गया। इसी कड़ी में चेरनिहीव प्रांत के नोवहोरोद-सीविर्स्की पर भी ड्रोन हमला हुआ, जिसमें स्थानीय अधिकारियों के अनुसार चार लोगों की मौत और दस से अधिक लोग घायल हुए — इस सूची में एक 10 वर्ष का बच्चा भी था।

कीव का कहना है कि ऐसे हमलों के बावजूद मॉस्को की कूटनीति पर भरोसा करना मुश्किल है, क्योंकि युद्ध-विराम या दीर्घकालिक शांति की कोई भरोसेमंद प्रक्रिया अभी तक नज़र नहीं आती। यूक्रेनी अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि रूस को वास्तविक शांति की ओर धकेलने के लिए अब समय है कि यूरोपीय संघ, अमेरिका और जी-7 एक समन्वित, कड़ा प्रतिबंध पैकेज लागू करें और यूक्रेन को लंबी दूरी की मारक क्षमता मुहैया कराई जाए।

इसी बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने की संभावना जताई थी, मगर बाद में व्हाइट हाउस और अन्य स्रोतों ने बताया कि किसी शीघ्र बैठक पर फिलहाल फैसला टाला गया है क्योंकि ऐसे वार्तालापों को ‘निरर्थक’ नहीं बनने देना चाहा गया। इस राजनीतिक पिच-बदल के बीच, कीव ने स्पष्ट किया है कि कूटनीति तभी असरदार होगी जब हमलों के जवाब में वास्तविक लागत और दबाव रूस पर महसूस हो।

यूक्रेन की अपील यह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय अब केवल बयानबाज़ी पर आश्रित न रहे, बल्कि समन्वित सैन्य- और आर्थिक कदम उठाकर रूस को यह एहसास कराए कि नागरिकों पर हमले तत्काल और गंभीर नतीजों के साथ जुड़े होंगे।

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