जमीन हड़पना ही आरजेडी का शासन मॉडल है: रविशंकर प्रसाद
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और उसके नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि घोटाले, सरकारी ठेकों में हेराफेरी और नौकरी के नाम पर जमीन हड़पना ही राजद के शासन की पहचान रही है। भाजपा का यह बयान आईआरसीटीसी घोटाला मामले में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ अदालत द्वारा आरोप तय किए जाने के बाद सामने आया।
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “तेजस्वी यादव बिहार को बदलने जा रहे हैं क्योंकि अब उन पर धारा 420 (धोखाधड़ी) का आरोप है।” उन्होंने आरोप लगाया कि लालू परिवार ने गरीब लोगों को नौकरी देने का वादा कर उनसे जमीन लिखवा ली। प्रसाद ने तंज कसते हुए कहा, “क्या यही सामाजिक न्याय है जिसकी बात तेजस्वी यादव करते हैं? लालू यादव का शासन चारा घोटाला, ठेकों में हेराफेरी और जमीन हड़पने से भरा पड़ा था।” भाजपा नेता ने जनता से अपील की कि वे तेजस्वी के नौकरी के वादों के झांसे में न आएँ — “नौकरी नहीं मिलेगी, लेकिन जमीन जरूर चली जाएगी।”
वहीं, इन आरोपों पर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि जब तक भाजपा जैसी “दंगाई और संविधान विरोधी पार्टी” सत्ता में है और उनकी उम्र है, वे उससे लड़ते रहेंगे। उन्होंने कहा, “तूफानों से लड़ने में मज़ा ही कुछ और है। हमने संघर्ष पथ चुना है और मंज़िल ज़रूर मिलेगी।”
पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने दावा किया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हाल में उन्हें धमकी दी थी कि उन्हें चुनाव लड़ने लायक नहीं छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा, “हम बिहारी हैं, बिहारी किसी बाहरी से नहीं डरते। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।”
आईआरसीटीसी होटल घोटाला मामला पूर्व रेल मंत्री लालू यादव के कार्यकाल से जुड़ा है, जिसमें आरोप है कि रेलवे के होटल ठेकों के बदले जमीन ली गई। सीबीआई ने इस मामले में लालू प्रसाद, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव समेत कई अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। बिहार में विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी। भाजपा और राजद दोनों ही एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक साजिश के आरोप लगाकर माहौल गर्मा चुके हैं।

