डोनाल्ड ट्रंप ने माइक्रोसॉफ्ट के सीनियर एग्ज़िक्यूटिव को हटाने की मांग की
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप माइक्रोसॉफ्ट की सीनियर एग्ज़िक्यूटिव लीसा मोनाको से नाराज़ हैं और उन्होंने कंपनी से कहा है कि, उन्हें तुरंत बर्खास्त किया जाए। मोनाको कुछ महीने पहले ही माइक्रोसॉफ्ट से जुड़ी हैं और इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल में डिप्टी अटॉर्नी जनरल रह चुकी हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ आउट पर उनके खिलाफ पोस्ट लिखी है।
ट्रंप ने मोनाको को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा बताया
ट्रंप ने अपने पोस्ट में कहा कि मोनाको को अमेरिकी सरकार के संवेदनशील कामों की जानकारी है और वे माइक्रोसॉफ्ट के कई फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स तक पहुंच रखती हैं। उन्होंने लिखा— “वह अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा हैं, खासकर इसलिए क्योंकि उन्हें उन बड़े कॉन्ट्रैक्ट्स की जानकारी है जो माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिकी सरकार के साथ किए हैं।”
माइक्रोसॉफ्ट ने टिप्पणी करने से इंकार किया
डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी दावा किया कि, मोनाको को सुरक्षा मंजूरी (Security Clearance) से वंचित किया गया था, उन्हें इंटेलिजेंस एक्सेस नहीं दी गई और उनके अनुचित बर्ताव के कारण उन्हें सरकारी संपत्तियों के उपयोग से भी रोका गया। माइक्रोसॉफ्ट ने इस पूरे विवाद पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। जानकारी के अनुसार, मोनाको ने जुलाई में माइक्रोसॉफ्ट जॉइन किया था।
यह विवाद माइक्रोसॉफ्ट की मुश्किलें बढ़ा रहा है
मोनाको की नियुक्ति को लेकर विवाद 26 सितंबर को शुरू हुआ जब फॉक्स बिज़नेस की एंकर मारिया बार्टिरोमो ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया। यह पोस्ट यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो लॉ स्कूल के एक आर्टिकल से जुड़ा था। यह पूरा मामला अब माइक्रोसॉफ्ट के लिए राजनीतिक सिरदर्द बन गया है।
माइक्रोसॉफ्ट ने इज़रायली सेना की सेवाएँ बंद करने का ऐलान किया
25 सितंबर को माइक्रोसॉफ्ट ने ऐलान किया कि वह इज़रायल की एक सैन्य यूनिट को दी जा रही विशेष क्लाउड और AI सेवाएँ बंद कर देगा। इस यूनिट पर आरोप था कि वह फ़िलिस्तीन से जुड़े निगरानी डेटा को संग्रहित करती है। कंपनी ने यह फैसला आंतरिक जांच के बाद लिया। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिकी एजेंसियों को क्लाउड सेवाओं की बचत के तहत 1.3 बिलियन डॉलर की सुविधा देने पर सहमति जताई है।

