Site icon ISCPress

ब्रिटेन ने रूस के तेल पर लगाया प्रतिबंध, कहा ‘पुतिन को चुकानी होगी कीमत’

ब्रिटेन ने रूस के तेल पर लगाया प्रतिबंध, कहा , ‘पुतिन को चुकानी होगी कीमत’

ब्रिटेन ने रूस के खिलाफ नए आर्थिक प्रतिबंधों की घोषणा की है। प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने गुरुवार देर रात जारी अपने बयान में कहा कि रूस को यूक्रेन पर “अनुचित और बर्बर” हमले की कीमत हर हाल में चुकानी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन सरकार ने रूस की दो प्रमुख तेल कंपनियों रोसनेफ्ट (Rosneft) और लुकोइल (Lukoil) पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं।

स्टार्मर ने कहा कि ये दोनों कंपनियां रूस की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं और यही वो स्रोत हैं जिनसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की “युद्ध मशीन” को आर्थिक सहायता मिलती है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि रूस की ऊर्जा आय का उपयोग यूक्रेन के निर्दोष लोगों पर बम बरसाने के लिए न किया जा सके।”

इस फैसले के साथ ब्रिटेन ने अमेरिका का साथ दिया है, जिसने पहले ही इन दोनों कंपनियों पर बड़े पैमाने पर प्रतिबंध लगाए थे। प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा कि लंदन और वॉशिंगटन दोनों मिलकर रूस की ऊर्जा पर निर्भरता कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं ताकि पुतिन पर आर्थिक दबाव बढ़ाया जा सके।

उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिटेन अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर रूस के खिलाफ एकजुट है। “हमारा संदेश साफ़ है — यूक्रेन पर यह हमला अस्वीकार्य है। पुतिन को अपने इस अन्यायपूर्ण कदम का परिणाम भुगतना ही होगा।

ब्रिटेन के इस कदम को यूरोप में रूस के खिलाफ अब तक के सबसे कठोर कदमों में से एक माना जा रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि यह प्रतिबंध, रूस की तेल निर्यात क्षमता और राजस्व पर बड़ा असर डालेगा, जिससे उसकी युद्ध अर्थव्यवस्था को झटका लग सकता है।

ब्रिटेन ने हाल के महीनों में कई रूसी अधिकारियों, बैंकों और रक्षा कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। अब तेल क्षेत्र पर यह नई कार्रवाई रूस की अर्थव्यवस्था के लिए एक और बड़ा झटका साबित हो सकती है। स्टार्मर ने अपने बयान का अंत इन शब्दों में किया — “यह युद्ध अब बंद होना चाहिए। निर्दोषों का खून बहाना बंद होना चाहिए। दुनिया को यह दिखाना होगा कि आक्रमण के लिए कोई जगह नहीं है।”

Exit mobile version