वेनज़ुएला के खिलाफ युद्ध के विरोध में अमेरिकी नागरिक सड़कों पर उतरे
न्यूयॉर्क और अमेरिका के 65 से अधिक शहरों में हजारों प्रदर्शनकारियों ने कैरेबियन में अमेरिकी सैन्य उपस्थिति बढ़ाने और ड्रग तस्करी के बहाने नावों पर किए जाने वाले घातक हमलों की निंदा की। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर में सैकड़ों लोग कल शाम (स्थानीय समयानुसार) जमा हुए और अमेरिकी सैन्य गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाई।
प्रदर्शनकारियों ने हाथों में “अमेरिका, कैरेबियन से बाहर निकलो” और “वेनज़ुएला के खिलाफ युद्ध नहीं” जैसे नारों वाले प्लेकार्ड पकड़े हुए थे। वे वेनेज़ुएला का झंडा भी लेकर चल रहे थे और नारे लगा रहे थे, “आज की दुनिया का सबसे बड़ा खतरा? डोनाल्ड ट्रंप और अमेरिका।”
इस प्रदर्शन का आयोजन ANSWER गठबंधन ने किया, जिसे “वेनज़ुएला के खिलाफ युद्ध नहीं, राष्ट्रीय कार्रवाई दिवस” कहा गया। संगठन ने पिछले महीने CBS नेटवर्क के सर्वेक्षण का हवाला देते हुए बताया कि “अमेरिका की 70% जनता वेनेज़ुएला में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ है।”
समूह ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति ट्रंप संविधान का उल्लंघन कर रहे हैं, क्योंकि वे बिना कांग्रेस की मंजूरी के बिना युद्ध की घोषणा या सैन्य बल का इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही, अमेरिकी युद्धमंत्री पीट हेगसेथ ने “सबको मार डालो” का विनाशकारी आदेश दिया और नावों के बचे हुए लोगों को निशाना बनाने के लिए गैरकानूनी हमलों को सही ठहराया। संगठन ने कहा कि पूरी दुनिया इन कार्रवाइयों को गैरकानूनी मानती है और शांति की मांग कर रही है।
न्यूयॉर्क स्थित ‘पीपल्स फोरम’ के कार्यकारी निदेशक ने कहा, “अमेरिका द्वारा जिन देशों पर हमला किया गया, वहां कोई सुधार नहीं हुआ, केवल विनाश हुआ। अब 22 साल बाद, जब अमेरिका ने झूठे बहाने पर इराक पर हमला किया था, वही परिदृश्य वेनेज़ुएला के खिलाफ दोहराया जा रहा है। इस तरह के व्यापक प्रदर्शन यह संदेश देते हैं कि अमेरिकी जनता के बड़े हिस्से ने विदेश में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद कर दी है और शांति की मांग कर रहे हैं।

