अल-जूलानी, कोट-पैंट पहनने के बाद भी आतंकवादी ही है: अमेरिकी पत्रकार
अमेरिकी पत्रकार और मीडिया एक्टिविस्ट ने सीरिया के सशस्त्र विद्रोही सरगना अबू मोहम्मद अल-जूलानी की व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले कहा कि, “जूलानी चाहे सूट-बूट पहन ले, लेकिन वो फिर भी एक आतंकवादी ही रहेगा।”
फ़ार्स न्यूज एजेंसी की अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार लॉरा लूमर ने कहा,
“न जाने कितने अमेरिकी सैनिकों को जूलानी ने मारा है? व्हाइट हाउस उसके आतंकवादी रिकॉर्ड को धोने की कोशिश कर रहा है। एक आतंकवादी, भले ही फॉर्मल कपड़े पहन ले, फिर भी आतंकवादी ही होता है।”
यह बयान अल-जूलानी (असल नाम अहमद अल-शराअ) के अमेरिका पहुंचने और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात से पहले आया है। रविवार सुबह मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि, जूलानीट्रंप से मुलाकात के लिए अमेरिका पहुंच गया है और सोमवार को व्हाइट हाउस में उनसे मुलाकात करेगा।
लूमर ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “जूलानी ने कितने अमेरिकी सैनिक मारे? उसके आईएसआईएस (ISIS) के लड़ाकों ने सीरिया में धार्मिक अल्पसंख्यकों को ख़त्म करने के लिए कितने निर्दोष लोगों की हत्या की? और अब वही व्यक्ति सोमवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप से मिलेगा, जहाँ उसके आतंकवादी अतीत को सफेद दिखाया जाएगा।”
उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्रालय की उस पुरानी घोषणा की तस्वीर भी साझा की, जिसमें जूलानी की गिरफ्तारी पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा गया था। लूमर ने लिखा, “इस हफ्ते जब मैं सीरिया की सीमा पर थी, तब पता चला कि, जूलानी ने अपना नया सरनेम ‘अल-शराअ’ रखा है, जिसका मतलब ‘कानूनी’ या ‘वैध’ होता है। यह नाम बदलना भी उसी धोखे का हिस्सा है — ताकि लोग उसे सीरिया का वैध राष्ट्रपति समझें, न कि वही आईएसआईएस का खूनी आतंकवादी, जिसके सिर पर मई 2025 तक अमेरिकी सरकार ने 10 मिलियन डॉलर का इनाम रखा था।”
लूमर ने अंत में राष्ट्रपति ट्रंप से अपील की कि, वे अल-कायदा के इस सरगना से मिलने के बजाय उसकी निंदा करें। उन्होंने लिखा, “एक आतंकवादी चाहे फॉर्मल सूट पहन ले, लेकिन वो आतंकवादी ही रहता है। राष्ट्रपति ट्रंप को चाहिए कि, व्हाइट हाउस में उसकी निंदा करें और उससे कहें कि वह द्रूज़, ईसाई और अलवी लोगों की हत्याएं बंद करे।”

