ईरान के सैन्य बल आईआरजीसी बल की क़ुद्स ब्रिगेड के पूर्व कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की बेटी ने अमेरिकी सत्ता से ट्रम्प की विदाई होते ही उन्हें संबोधित करते हुए ट्वीट कर कहा कि मिस्टर ट्रम्प तुम्हे कोई हीरो नहीं मानता अब पूरी ज़िंदगी डर डर कर गुज़ारना।
अमेरिका के हमले में पिछले साल बगदाद एयरपोर्ट पर मारे गए ईरान के सैन्य कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की अमेरिका के ट्रम्प प्रशासन ने 3 जनवरी 2020 को एक आतंकवादी कार्यवाही करके जनरल क़ासिम सुलैमानी और उनके साथियों की बग़दाद एयरपोर्ट पर उस समय हत्या कर दी थी जब वह इराक सरकार के आधिकारिक निमंत्रण पर इस देश की यात्रा पर आए थे। ट्रम्प के विदेशमंत्री ने कहा था कि जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या का फ़ैसला ट्रम्प ने किया था।
ज़ैनब सुलैमानी ने ट्वीट करते हुए कहा कि
आईएसएईएस और अल क़ायदा के विरुद्ध संघर्ष का नेतृत्व करने वाले मेरे पिता की हत्या करने वाले ट्रम्प तुम्हे कोई हीरो नहीं मानता। तुमने मेरे पिता को इस निराधार उम्मीद के साथ क़त्ल कर दिया कि लोग तुम्हें हीरो समझेंगे, जबकि वे एक ऐसे जनरल थे जिन्होंने वीरता के साथ दाइश और अलक़ायदा के विरुद्ध युद्ध का नेतृत्व किया। तुम्हे हीरो बनने की आरज़ू थी लेकिन उन्हें मार कर तुम हार गए विनाश की ओर बढ़ गए। तुम हीरो नहीं बल्कि उस इंसान की तरह जीवन गुजारोगे जो पल पल अपने दुश्मन से भयभीत रहता है।
Mr. Trump, you murdered my father, the General who led the victorious war against ISIS/Al-Qaeda, with the perverse hope that you will be seen as some sort of hero
But instead you are defeated, isolated & broken – viewed not as a hero, but one who lives in fear of foes
The irony pic.twitter.com/gBN5kqsOsY— Zeinab soleimany | زینب سلیمانی (@znb_soleimany) January 20, 2021
ज़ैनब सुलैमानी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि जनरल सुलैमानी का नाम दुनिया में चमकता रहेगा लेकिन ट्रम्प इतिहास के कूड़ेदान के हवाले हो जाएगा।
उन्होंने जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या में ट्रम्प और उनके विदेशमंत्री माइक पोम्पियो की भूमिका के बारे में ट्वीट कर कहा कि ट्रम्प, पोम्पियो और उनके साथी बदनामी के साथ इतिहास के कूड़ेदान में पड़े होंगे। लेकिन जनरल क़ासिम सुलैमानी और उन हज़ारों लोगों के नाम, जो ट्रम्प के आर्थिक और सरकारी आतंकवाद तथा मानवता के विरुद्ध उनके अपराधों की वजह से मारे गये अथवा खाद्य पदार्थों और दवाओं से वंचित हो गये, हमेशा चमकते रहेंगे, शायद वाशिंग्टन में सत्ता में आने वाले नए लोग उनसे कुछ सबक़ सीखें।