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ट्रम्प के महाभियोग के दौरान कैपिटल बिल्डिंग दंगों की वीडियो भी सामने आई

Protestors storm the Capitol building during a joint session of Congress in Washington, DC on Wednesday, January 6, 2021. The joint session of the House and Senate was sent to recess after the breach as it convened to confirm the Electoral College votes cast in November's election. (Photo by Chris Kleponis/Sipa USA)(Sipa via AP Images)

डोनाल्ड ट्रम्प के दूसरे महाभियोग शुरू होने के पहले दिन सामने आई वीडियो ने अमेरिका में हलचल मचा दी है इस वीडियो में ट्रम्प समर्थक यूएस कैपिटल हिल बिल्डिंग में दंगे करते नज़र आ रहे हैं।

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार इस वीडियो में 6 जनवरी को विभिन्न मोबाइल कैमरों और टेलीविज़न फीड से ली गई फुटेज के वह दृश्य दिखाई दे रहे हैं जब ट्रम्प द्वारा उकसाई गई भीड़ ने कांग्रेस पर हमला किया जबकि उस समय वहां सांसद राष्ट्रपति जो बाइडन की चुनावी जीत को प्रमाणित कर रहे थे।

इस वीडियो क्लिप को ट्रम्प के भाषण के साथ जोड़ दिया गया जिसमे ट्रम्प यह कहते हुए नजर आ रहे है कि अगर आप लड़ नहीं सकते तो आपको देश नहीं मिल सकता। इस वीडियो मे लोगों को ” स्टॉप द स्टील” और “नो ट्रम्प नो पीस” के नारे लगाते हुए देखा जा सकता है।

सीनेट की कार्रवाई शुरू हुई तो महाभियोग प्रबंधकों ने पहले से ही ट्रम्प के बयानों और वारों के बीच के परिणामें की रखांकित कर दिया था उन्होंने उन सीनेटरों के लिए भी कानून बनाया जो सत्ता में बने रहने के लिए हिंसक तख्तापलट करने के लिए महाभियोग चलाने की फिराक में थे। गौरतलब है कि ट्रम्प की टीम ने इस दंगे को खूनी खेल कह कर संबोधित किया और इस हिंसा में मारे गए और घायल हुए लोगों का अपमान किया।

जेमी रस्किन के अनुसार उस दिन लोग मारे गए,अधिकारियों को चोट लगीं, एक अधिकारी को दिल का दौरा तक पड़ा जबकि एक अन्य की तीन अंगुलियां कट गई। उन्होंने सीनेटरों से सवाल किया कि क्या यही हमारा भविष्य है।

इसके साथ ही उन्होंने सीनेटरों से कहा कि आपने, हमने और हमारे देश ने जो भी उस दिन देखा और अनुभव किया वो किसी बुरे सपने के जैसा है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति को अपने कार्यकाल के अंतिम समय में इस तरह दंगे भड़का कर चुपचाप निकल जाने का कोई अधिकार नहीं है ।

इन दंगो का कारण ट्रम्प द्वारा किए गए झूठे दावों को माना जा रहा है जिसमे उन्होनें कहा था कि चुनाव को उनसे छीन लिया गया है।उन्होंने और बहुमत नकारने के लिए चलाए गए अभियान में उत्पात मचाने के लिए अपने समर्थकों को उकसाया।

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