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अमेरिका 20 साल से अफगान लोगों का खून बहा रहा है, मुआवजा दे

अमेरिका 20 साल से अफगान लोगों का खून बहा रहा है, मुआवजा दे अफगानिस्तान पर ताकत के दम पर कब्जा करने वाले तालेबान ने अमेरिका को आड़े हाथों लिया है‌।

अमेरिका 20 साल से अफगान लोगों का खून बहा रहा है उसे मुआवजा देना होगा । तालिबान ने दो टूक कहा है कि अमेरिका ने 20 वर्षों के दौरान अफगानिस्तान में हजारों निर्दोष नागरिकों की हत्याएं की हैं और उनका उत्पीड़न किया है।

हाल ही में काबुल में अमेरिका के ड्रोन हमलों में 10 अफगान नागरिकों की मौत पर अमेरिका की निंदा करते हुए तालिबान ने कहा है कि अमेरिका ने इससे पहले भी अफगानिस्तान में निर्दोष लोगों की हत्याएं और उनका उत्पीड़न किया है और उसे इसकी जिम्मेदारी स्वीकार करना होगी।

तालिबान की नव गठित अंतरिम सरकार में उप सूचना व संस्कृति मंत्री जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा है कि अमेरिका ने सिर्फ यही एक जघन्य अपराध नहीं किया है बल्कि पिछले 20 वर्षों के दौरान अफगानिस्तान के असंख्य नागरिक शहीद होते रहे हैं जिसमें अमेरिका की भूमिका थी।

उन्होंने इन हमलों को मानवाधिकार का हनन करार देते हुए इन हमलों की निंदा करते हुए कहा है कि इस तरह के अपराध और लापरवाही विनाश की ओर ले जाती है। अमेरिका को अपने पिछले अपराधों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और मुआवज़े तौर पर अफगानिस्तान के लोगों की सहायता करनी चाहिए।

दूसरी ओर अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी के कई सदस्यों ने अमेरिकी प्रशासन से मांग की है कि वह तालिबान को आतंकी संगठन
घोषित करें। अमेरिकी सांसदों की मांग है कि तालिबान को आतंकी संगठन का दर्जा दिया जाना चाहिए क्योंकि अफगानिस्तान की नवगठित सरकार में ऐसे कई चेहरे शामिल हैं जिन्हें संयुक्त राष्ट्र संघ ने आतंकी घोषित कर रखा है।

रिपब्लिकन सांसदों की ओर से पेश किए गए इस प्रस्ताव पर अगर संसद की मुहर लग जाती है तो अमेरिकी सरकार को तालिबान सरकार को अवैध करार देने के साथ-साथ तालिबान की मदद करने वाले विदेशी देशों पर भी प्रतिबंध लगाना होगा।

याद रहे कि 14 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान पर पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया था। तालिबान ने अपनी अंतरिम सरकार की घोषणा कर दी है।

अमेरिका ने अफगानिस्तान की जनता की आर्थिक मदद करने का फैसला किया है और कहा जा रहा है कि वह अफ़ग़निस्तान को 64 मिलियन डॉलर लगभग 470 करोड रुपए की मानवीय सहायता देने के लिए तैयार है।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी अफगानिस्तान के मानवीय अभियान के लिए दो करोड़ अमेरिकी डालर देने की घोषणा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि इस देश में दशकों से पीड़ित जनता की पीड़ा और सुरक्षा के बाद शायद अब वह अपने सबसे खतरनाक समय का सामना कर रहे हैं ।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए ऐसे में उनके साथ खड़े होने का सबसे बेहतरीन और उचित समय है। अफगानिस्तान के लोगों को दवा, भोजन, स्वास्थ्य सेवाओं, शुद्ध पेयजल , स्वच्छता और सुरक्षा की तत्काल जरूरत है।

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