सऊदी अरब के सुर बदले ईरान से अच्छे संबंधों की आशा जताई सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अज़ीज़ ने ईरान के साथ अच्छे संबंधों की आशा जताते हुए कहा कि वह हमारा पड़ोसी है और दोनों देशों के बीच बातचीत विश्वास बहाली का कारण बनेगी।
सऊदी अरब ने ईरान के प्रति अपने रुख में बदलाव लाते हुए कहा कि आज विश्व समुदाय को बहुत सी चुनौतियों का सामना है और इन समस्यायों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुपक्षीय सहयोग का मजबूत बनाए जाने की आवश्यकता है।
सऊदी नरेश में कहा के हमारा मानना है कि मध्यपूर्व को संकट से निकालने का एकमात्र तरीका शांति वार्ता है। उन्होंने कहा कि यमन को लेकर सऊदी अरब की जो योजना है उसके माध्यम से ही यमन में शांति स्थापना जा सकती है।
ईरान को लेकर सऊदी नरेश ने कहा कि ईरान हमारा पड़ोसी देश है और हमें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच जारी बातचीत आपसी विश्वास को बहाल करने का कारण बनेगी।
याद रहे कि अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की वापसी के बाद अमेरिका ने सऊदी अरब से अपने पैट्रियट मिसाइल सिस्टम को हटा लिया है। कहा जा रहा है कि अमेरिकी सेना की ओर से अपने आधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम को हटाने के बाद सऊदी अरब स्वंय को कमजोर महसूस करने लगा है।
अमेरिका , इस्राईल और उनके पश्चिमी घटकों के साथ मिलकर सऊदी अरब ने क्षेत्र में अमेरिकी नीतियों को लागू करने में भरपूर भाग लिया था। सीरिया संकट हो जा इराक में अमेरिकी समर्थित समूह की सहायता, सऊदी अरब ने मध्य पूर्व में हर वो काम किया जो अमेरिका के हित में था लेकिन अब अमेरिका के इस तरह से अफगानिस्तान और सऊदी अरब से अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम को समेटने के कारण सऊदी अरब खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।