उत्तर कोरिया, प्योंगयांग ने किया घातक मिसाइल का परिक्षण
उत्तर कोरिया ने आज शनिवार सुबह घोषणा की कि प्योंगयांग ने एक अनिर्दिष्ट मिसाइल का परिक्षण किया है। 2006 में उत्तर कोरिया के पहले परमाणु परीक्षण के बाद से संयुक्त राज्य अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने उत्तर कोरिया पर कई दौर के प्रतिबंध लगाए हैं। प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया ने क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों के खतरे का मुकाबला करने के लिए अपनी सैन्य क्षमता को मजबूत करने पर जोर दिया है।
उत्तर कोरिया का कहना है कि वह अपने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम से तब तक पीछे नहीं हटेगा जब तक कि संयुक्त राज्य अमेरिका प्योंगयांग को उखाड़ फेंकने की अपनी शत्रुतापूर्ण नीति को समाप्त नहीं कर देता। उत्तर कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि उन्होंने शनिवार को एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल की टेस्टिंग का पता लगाया जबकि जापान के प्रधानमंत्री के कार्यालय ने भी कहा कि यह एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल थी।
जापान के रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने कहा कि मिसाइल ने लगभग 300 किलोमीटर की यात्रा की। उत्तर कोरिया की ओर से यह इस साल की नौवीं मिसाइल टेस्टिंग है। इससे पहले 27 फरवरी को एक मिसाइल दागी गई थी। इसके अलावा इसी साल 29 जनवरी को भी उत्तर कोरिया ने मिसाइल दागी थी। पिछले हफ्ते प्योंगयांग ने अमेरिका द्वारा हाल ही में सामूहिक विनाश के हथियारों और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों में शामिल छह उत्तर कोरियाई लोगों पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए मजबूत और निश्चित प्रतिक्रिया की चेतावनी दी थी।
उत्तर कोरिया ने 5 और 11 जनवरी को अपनी स्व-घोषित हाइपरसोनिक मिसाइल का भी परीक्षण किया जिससे अमेरिका के साथ परमाणु वार्ता में गतिरोध के बीच तनाव बढ़ गया है।