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अफ़ग़ान राजदूत की गुहार, तालिबान को वार्ता की मेज़ पर लाए भारत

अफ़ग़ान राजदूत की गुहार, तालिबान को वार्ता की मेज़ पर लाए भारत  अफ़ग़ानिस्तान में दिन प्रतिदिन हालात बिगड़ते जा रहे हैं तालिबान ने इस देश के बड़े भूभाग पर क़ब्ज़ा कर लिया है।

अफ़ग़ान राजदूत ने देश के बिगड़ते हालत पर भारत से गुहार लगाते हुए कहा है कि इस देश के हालात को बिगडने से बचाने के लिए भारत को चाहिए कि वह तालिबान को वार्ता की मेज़ पर वापस लाए।

अफगानिस्तान से विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद से ही हालात खराब हो रहे हैं तालिबान ने बड़ी तेज़ी से देश के कई प्रमुख शहरों पर कब्जा जमा लिया है। इसी बीच भारत में अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मामुंदजई ने कहा है कि उनका देश एक गंभीर सुरक्षा चुनौती का सामना कर रहा है और ऐसे में उन्हें भारत की मदद चाहिए।

फरीद ने इस बात पर भी जोर दिया है कि भारत को तालिबान को बातचीत की मेज़ पर लाना चाहिए, ताकि अफगानिस्तान में बिगड़ते हालात को संभाला जा सके।

अफगान राजदूत ने कहा, ‘हम एक गंभीर सुरक्षा चुनौती का सामना कर रहे हैं। भारत को तालिबान को वार्ता की मेज़ पर लाने के लिए जोर देना चाहिए। हमें भारत की मदद की जरूरत है। अफगानिस्तान के विकास के लिए हमें भारत की मदद की जरूरत है।

अफ़ग़ानिस्तान सरकार के पतन की अमेरिकी ख़ुफ़िया बिरादरी की अटकलों पर जवाब देते हुए फरीद ने कहा कि ‘मैं अमेरिका खुफिया बिरादरी की उस बात से इत्तेफाक नहीं रखता हूं कि हमारी सरकार महज पांच महीनों में ही गिर जाएगी।

अमेरिका की वापसी से अफगान बलों का मनोबल जरूर कमजोर हुआ है। मामुंदजई ने कहा, ‘अमेरिकी की वापसी बेतरतीब, अपरंपरागत, असगंठित और अराजक रही है। इस वजह से अफगान बलों का मनोबल प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा तालिबान के पास सबसे बढ़िया सैन्य टेक्नोलॉजी है, लेकिन हमने इसके बाद भी उन्हें 34 बड़े शहरों पर कब्जा जमाने से रोका हुआ है।

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