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रूस की दो टूक , यूरोप की हर हरकत का जवाब देंगे

रूस की दो टूक , यूरोप की हर हरकत का जवाब देंगे

यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध को 40 दिन से अधिक हो चुके हैं। इसी बीच यूरोपीय देश एक के बाद एक रूस के खिलाफ कदम उठा रहे हैं। फ़्रांस और जर्मनी के बाद अब इटली और डेनमार्क ने रूस के राजनयिकों को देश से निकल जाने को कहा है।

रूस पर यूरोप के बढ़ते दबाव के बीच इटली और डेनमार्क के अधिकारियों ने खबर देते हुए कहा है कि हमने रूस के कई राजनयिकों को देश से निकल जाने के लिए कहा है। राइटर्स की रिपोर्ट के अनुसार इटली और डेनमार्क ने यह निर्णय यूक्रेन के बूचा शहर में सामूहिक क़ब्रें मिलने के बाद लिया है।

बूचा में मिलने वाली सामूहिक क़ब्रों और आम नागरिकों के संहार के मामले में रूस कहता रहा है कि यह पश्चिमी जगत का प्रोपगंडा वार है। यूरोप के कुछ देशों से अपने राजनयिकों को निकाले जाने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि यूरोपीय देश बहानेबाजी करते हुए हमारे राजनयिकों को अपने यहां से निकाल रहे हैं लेकिन रूस बिना किसी संकोच के जवाबी कार्यवाही करेगा और इन हरकतों का उचित जवाब देगा।

फ्रांस से रूसी राजनयिकों को निकाले जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हम फ्रांस की इस हरकत का जवाब देंगे। रूस के उप विदेश मंत्री एलेग्जेंडर ने कहा कि पश्चिमी देश एक पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार रूस के राजनयिकों को अपने देशों से निकाल रहे हैं। पश्चिमी देशों का यह काम दोनों पक्षों के संबंधों को लंबे समय तक प्रभावित करेगा।

बता दें कि इटली और डेनमार्क से पहले फ्रांस और जर्मनी ने रूस के राजनयिकों को देश से निकल जाने के लिए कहा था। बता दें कि बूचा शहर की घटना पर रूस के विदेश मंत्री सरगेई लावरोव ने कहा था कि एक बार फिर कीव के शहर में बनावटी हमले का ढोंग शुरू कर दिया गया है। यह ड्रामा उस समय शुरू हुआ जब रूसी सेना एक समझौते और आपसी तालमेल के बाद इस इलाक़े से निकल चुकी है। रूसी सेना के निकल जाने के कुछ दिन बाद यहां एक ड्रामा किया गया जिसे यूक्रेन के अधिकारियों एवं उनके पश्चिमी समर्थकों के माध्यम से सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

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