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कनाडा: प्रदर्शनकारियों ने महारानी विक्टोरिया और एलिजाबेथ की प्रतिमा गिराई

कनाडा: प्रदर्शनकारियों ने महारानी विक्टोरिया और महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की प्रतिमा गिराई

कनाडा में भारी विरोध प्रदर्शन के बीच प्रदर्शनकारियों ने बीते गुरुवार को पूर्व महारानी विक्टोरिया और मौजूदा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की प्रतिमा को गिरा दिया।

न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार कनाडा में बच्चों की तीन सामूहिक कब्रों की खोज के बाद, विन्निपेग शहर में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर दोनो रानियों की प्रतिमा को तोड़ दिया गया ।

विन्निपेग शहर के अलावा टोरंटो और ओटावा सहित कई अन्य कनाडाई शहरों में “कनाडा दिवस रद्द” नामक विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसमें प्रदर्शनकारी “नस्लीय सफाया गौरव की बात नही” का नारा लगा रहे थे ।

ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रदर्शनकारियों द्वारा गिराई गई पूर्व महारानी विक्टोरिया और मौजूदा महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मूर्तियों की निंदा करते हुए एक बयान में कहा: ” कनाडा में बच्चों की तीन सामूहिक कब्रों की दुखद खोज के बाद, हम स्वदेशी कनाडाई समुदाय के साथ मिलकर सोच रहे हैं और स्वदेशी मुद्दों पर कनाडा सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। ”

कनाडाई मीडिया ने हाल के हफ्तों में लगभग 1,000 स्वदेशी कनाडाई बच्चों की सामूहिक कब्रों की खोज की खबर को तीन बार दिखाया है।

बता दें कि 1883 और 1996 के बीच, कणाद के मूल निवासी लगभग एक लाख पचास हज़ार बच्चों को उनके परिवारों से जबरन अलग कर करके कैथोलिक चर्च द्वारा स्थापित बोर्डिंग स्कूलों में भेज दिया गया, इन बच्चों को कनाडा के मूल समुदायों से अलग करने का असली मक़सद भाषा के प्रसार और उनकी मातृ परंपराओं को रोकने के लिए किया गया था ।
सरकार की ओर से माफी मांगने के बजाय, कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने वेटिकन को इसके लिए दोषी ठहराया, जिनके तहत चल रहे बोर्डिंग स्कूलों में यह बच्चे नस्लवादी अपराध के शिकार हुए थे।

बता दें कि कनाडा में बच्चों की तीन सामूहिक कब्रों की खोज के बाद, विन्निपेग शहर में गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के राष्ट्रीय दिवस के अवसर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं

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