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भारत में सैन्य अड्डे बनाने की फिराक में है अमेरिका

भारत में सैन्य अड्डे बनाने की फिराक में है अमेरिका रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने दावा किया है कि अफगानिस्तान में तालिबान पर नकेल कसने के नाम पर अमेरिका क्षेत्रीय देशों में सैन्य अड्डे बनाने के प्रयास कर रहा है।

भारत समेत अफगानिस्तान के अन्य पड़ोसी देशों में अमेरिका सुरक्षा के नाम पर सैन्य अड्डे स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि तालिबान के अफगानिस्तान पर काबिज होते हैं अमेरिका समेत पड़ोसी देशों को भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता हो रही है।

अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान शासन लागू होते ही इस देश में तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठन फल फूल रहे हैं। अमेरिका अफगानिस्तान के आसपास स्थित देशों में अपने सैन्य अड्डे स्थापित करने के प्रयास में लगा हुआ है।

सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि जेनेवा में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जो बाइडन के साथ मुलाकात में अमेरिका के उन प्रयासों की निंदा की थी जिसमें मध्य एशियाई देशों के साथ समझौता करते हुए यहां अपने अड्डे स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।

अमेरिका अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान , किर्गिस्तान और उज़्बेकिस्तान में भी सैन्य अड्डे स्थापित करने के लिए प्रयासरत है हालांकि इन देशों ने अमेरिका के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।

सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि अमेरिका अपने इस उद्देश्य के लिए अलग-अलग स्तर पर प्रयास कर रहा है। पेंटागन नई दिल्ली से भी वार्ता कर रहा है ताकि भारत को राज़ी कर सके कि वह अपने कुछ क्षेत्र अमेरिका को दे दे।

एशियाई देशों में अमेरिकी सैन्य अड्डों के लिए अमेरिका की पहली प्राथमिकता पाकिस्तान है, लेकिन इमरान खान से लेकर उनकी कैबिनेट के अन्य मंत्री तक स्पष्ट कर चुके हैं कि वह अमेरिका को पाकिस्तान में सैन्य अड्डे बनाने की अनुमति नहीं देंगे।

अफगानिस्तान के वरिष्ठ राजनेता सईद इसहाक गिलानी की माने तो अमेरिका अलकायदा और आईएसआईएस को रोकने के नाम पर अड्डे बनाएगा लेकिन यह अफ़ग़ान जनता के लिए किसी आपदा से कम नहीं होंगे। यहां अमेरिका के अड्डे बनते हैं तो उससे क्षेत्र की सुरक्षा भी प्रभावित होगी।

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