काबुल भारतीय दूतावास खाली, वतन वापसी शुरू अफगानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े के बाद से ही देश भर में भय और दहशत का माहौल है।
काबुल से विदेशियों को निकालने का काम जारी है। अफ़ग़ान नागरिक भी जिस तरह संभव हो देश से भागने की फिराक में है और इस भाग दौड़ में कई अफगान नागरिकों की दर्दनाक मौत हो गई है।
भारी संख्या में अफ़ग़ान नागरिक काबुल एयरपोर्ट पर जमे हुए हैं। सिर्फ 1 दिन में हुई दुर्घटनाओं में 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
दूसरी ओर तालिबान आतंकियों ने देश में सरकार गठन की कोशिश तेज़ कर दी हैं और कई तालिबान नेता दोहा की ओर रवाना हो चुके हैं जहां सरकार गठन पर विचार-विमर्श होगा।
रूस और चीन की ओर से तालिबान सरकार को समर्थन देने के संकेत मिल रहे हैं जिस कारण अफ़ग़ान मुद्दे पर अमेरिका अलग थलग पड़ता नज़र आ रहा है। यही कारण है कि रूस ने अब तक अपने राजदूत को वापस नहीं बुलाया है।
भारत ने आधिकारिक रूप से अफगानिस्तान में मौजूद अपने दूतावास को खाली करना शुरू कर दिया है। भारतीय सेना का बोइंग सी 17 120 यात्रियों को लेकर अफगानिस्तान से उड़ान भर चुका है यात्रियों में भारतीय राजदूत भी शामिल हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला किया गया है कि काबुल में हमारे राजदूत और भारतीय कर्मचारी तुरंत देश चले आएं।
भारतीय सेना के बोइंग सी-17 विमान ने काबुल से नई दिल्ली के लिए उड़ान भरी है। यह विमान ईरान के रास्ते नई दिल्ली आएगा। इस विमान के अधिकतर यात्री भारतीय दूतावास में काम करने वाले लोग हैं। वहीं दूसरी ओर अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट के हालात को काबू करने के लिए 3000 और सैनिक भेजे हैं।

