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हम सऊदी के साथ कई “अच्छे समझौते” पर हस्ताक्षर के लिए तैयार हैं: अमेरिका 

हम सऊदी के साथ कई “अच्छे समझौते” पर हस्ताक्षर के लिए तैयार हैं: अमेरिका 

अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने बिना विवरण दिए कहा कि, अगले हफ्ते व्हाइट हाउस में सऊदी क्राउन प्रिंस की ट्रम्प से मुलाकात के दौरान, अमेरिका रियाद के साथ कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेगा। रुबियो ने पत्रकारों से कहा, “हमारे पास उनके (सउदी अरब) के साथ हस्ताक्षर करने के लिए कुछ अच्छे समझौते हैं… मुझे प्रक्रिया को लेकर अच्छा महसूस हो रहा है। कुछ बिंदु अभी बाकी हैं जिन्हें अधिक सटीक और अंतिम करना है, लेकिन अगले हफ्ते अच्छी मुलाकात होगी।”

हालाँकि उन्होंने अधिक जानकारी नहीं दी, लेकिन वेबसाइट Axios ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से पहले रिपोर्ट किया था कि, अमेरिका और सऊदी अरब, मोहम्मद बिन सलमान की अगले हफ्ते व्हाइट हाउस यात्रा से पहले, कई बड़े समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए गहन बातचीत कर रहे हैं, जिनमें एक रक्षा समझौता भी शामिल है।

अधिकारियों के अनुसार, हाल ही में जारेड कुशनर की रियाद की अचानक हुई यात्रा भी इसी प्रक्रिया का हिस्सा थी। क्राउन प्रिंस का व्हाइट हाउस पहुँचना 2018 में जमाल खाशोगी की हत्या के बाद से अमेरिका की उनकी पहली यात्रा होगी। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के अनुसार, इस हत्या को बिन सलमान ने मंजूरी दी थी।

क़तर जैसी सुरक्षा गारंटी का प्रस्ताव

Axios के अनुसार, जिन समझौतों पर विचार हो रहा है, उनमें से एक अमेरिका द्वारा सऊदी अरब को किसी प्रकार की सुरक्षा गारंटी देना है। यह एक बाध्यकारी रक्षा संधि नहीं होगी, क्योंकि इसे अमेरिकी सीनेट से पारित कराना लगभग असंभव है। रिपोर्ट के अनुसार, यह गारंटी वैसी ही होगी जैसी अमेरिका ने सितंबर में क़तर को एक कार्यकारी आदेश के ज़रिए दी थी, जिसका मतलब है कि भविष्य की अमेरिकी सरकारें इसे रद्द भी कर सकती हैं।

रियाद एक बड़े हथियार पैकेज को आगे बढ़ाना भी चाहता है, जिसमें दर्जनों F-35 लड़ाकू विमान शामिल हैं। ट्रंप की पिछली रियाद यात्रा में जिन बड़े समझौतों की घोषणा की गई थी, उनमें से कई कभी लागू नहीं हुए। एक सूत्र के अनुसार, सऊदी अरब इस बात से नाराज़ है कि कई समझौते सिर्फ कागज़ पर रह गए और उन पर आगे कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

इज़रायल के साथ संबंध सामान्य करने के लिए दबाव

Axios ने अमेरिकी और इज़रायली अधिकारियों के हवाले से दावा किया है कि हाल के सप्ताहों में अमेरिका और सऊदी अरब के बीच बातचीत का एक विषय यह भी रहा है कि ग़ाज़ा में युद्ध-विराम के बाद इज़रायल–सऊदी सामान्यीकरण की बातचीत को फिर से कैसे शुरू किया जाए।

रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के सलाहकारों ने नेतन्याहू से कहा है कि संभावित शांति समझौते को व्यापक नज़रिए से देखें और ग़ाज़ा से जुड़े अगले कदमों को लागू करें।

दो अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि हालाँकि ट्रंप और उनके सलाहकार मानते हैं कि सऊदी और इज़रायली रुख़ों के बीच अभी भी बड़ा अंतर है, लेकिन व्हाइट हाउस चाहता है कि, ट्रंप–बिन सलमान मुलाकात से पहले इस दिशा में कुछ प्रगति दिखाई दे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य मतभेद यह है कि सऊदी अरब सामान्यीकरण के बदले इज़रायल से यह चाहता है कि वह तय समयसीमा के भीतर स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी राज्य की स्थापना की दिशा में ठोस और अपरिवर्तनीय कदम उठाए, लेकिन नेतन्याहू इसकी तरफ़ कोई कदम उठाने से इनकार कर रहे हैं।

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