ट्रंप ने दोबारा ईरान की परमाणु क्षमताओं को नष्ट करने का दावा किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया कि, अमेरिका ने “कुछ सेकंड में ईरान की परमाणु क्षमताओं को नष्ट कर दिया। मशरिक़ न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को (स्थानीय समयानुसार) वेटरन्स डे के अवसर पर आयोजित एक समारोह में ट्रंप ने फिर वही पुराना दावा दोहराया। उन्होंने अमेरिकी सेना के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ जनरल डैन काइन को संबोधित करते हुए कहा — “ईरान की परमाणु क्षमता को नष्ट करने के लिए मैं आपको और इस अद्भुत मिशन के पायलटों को बधाई देता हूं।”
ट्रंप के ये बयान उस समय आए जब संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मानवाधिकार मामलों की विशेष रिपोर्टर “माई सातो” ने अपनी रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र महासभा की तीसरी समिति को बताया कि अमेरिका और इज़रायल की 12 दिन की जंग, संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन थी। लेकिन ट्रंप ने दावा किया — “हमारे पायलटों ने 37 घंटे उड़ान भरी और ईरान की परमाणु सुविधाओं को पूरी तरह नष्ट कर दिया।”
उन्होंने कहा — “हमारे सुंदर बी-2 बॉम्बर्स… क्या शानदार विमान हैं! हम उनका बहुत सम्मान करते हैं। उन्होंने जो काम किया, वह अद्भुत था। सिर्फ एक पल में उन्होंने ईरान की परमाणु क्षमता को पूरी तरह खत्म कर दिया। हमने इन बेहतरीन विमानों के कई अपडेटेड वर्ज़न का ऑर्डर दिया है।”
डोनाल्ड ट्रंप ने आगे कहा — “हमने रक्षा विभाग (Department of Defense) का नाम बदलकर उसका असली नाम — युद्ध विभाग (Department of War) रख दिया है। याद रखिए, हमने प्रथम विश्व युद्ध जीता, द्वितीय विश्व युद्ध जीता, और उन सबके बीच की लड़ाइयों में भी जीत हासिल की। हमने हमेशा जीत दर्ज की, और फिर हमने ‘स्मार्टली’ उसका नाम बदल दिया!”
उन्होंने कहा — “हाल ही में मैं एक समारोह में था, जहां फ्रांस ‘विक्ट्री डे’ मना रहा था, लेकिन हम नहीं मनाते। फ्रांस द्वितीय विश्व युद्ध की जीत का दिन भी मनाता है और बाकी देश भी। हमें भी अपना ‘विजय दिवस’ मनाना चाहिए। अब से हम प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध की जीत के साथ-साथ बाकी सभी युद्धों की जीत का दिन भी मनाएंगे।”
ट्रंप ने रिपब्लिकन नेता और प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माइक जॉनसन की भी सराहना की और कहा — “उन्होंने अमेरिकी सरकार को फिर से खोलने के लिए मेहनत की। एक दिन वे इतिहास में एक महान व्यक्ति के रूप में याद किए जाएंगे। माइक जॉनसन, तुम्हें, जॉन टॉन और बाकी सबको इस बड़ी जीत के लिए बधाई। हम अपना देश फिर से खोल रहे हैं — वह देश जो कभी बंद नहीं होना चाहिए था।”
ट्रंप ने सैनिकों के हालात पर भी कहा — “हम तब तक काम करते रहेंगे जब तक हमारे बेघर सैनिकों की त्रासदी खत्म नहीं हो जाती। मैं न्यूयॉर्क में देखता हूं कि जो लोग गैरकानूनी रूप से हमारे देश में घुस आए, वे होटलों में रह रहे हैं, जबकि हमारे सैनिक उन्हीं होटलों के बाहर फुटपाथ पर बैठे हैं। उनमें से कई जेलों से आए हैं और अब हमारे देश में रह रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा — “हमने हज़ारों ऐसे लोगों को बाहर निकाला जो हमारे महान सैनिकों की देखभाल नहीं करते थे। वे सैडिस्ट थे, बीमार थे, चोर थे — आप जो भी नाम रखना चाहें। लेकिन जब बाइडेन आए, उन्होंने फिर से उन्हीं को नौकरी पर रख लिया।”
ट्रंप ने इससे पहले 5 नवंबर को अपने एक बयान में स्वीकार किया था कि वह ईरान पर इज़राइल के हमले के ज़िम्मेदार थे। उन्होंने कहा — “इज़रायल ने पहले हमला किया, और वह बहुत ताक़तवर हमला था। मैं पूरी तरह उस हमले का ज़िम्मेदार था। जिस दिन इज़रायल ने ईरान पर हमला किया, वह इज़रायल के लिए बहुत बड़ा दिन था, क्योंकि उन्होंने ईरान को भारी नुकसान पहुंचाया।”

