ग़ाज़ा के लिए सहायता ले जाने वाले “फ्लोटिला” जहाज़ पर इज़रायल का हमला
इज़रायली सेना ने ग़ाज़ाको मदद पहुंचाने के लिए रवाना हुए “ग्लोबल समूद फ्लोटिला” पर कार्रवाई की है। फ्लोटिला के आयोजकों के मुताबिक इज़रायली जवानों ने काफिले में शामिल एक जहाज़ में घुसपैठ की और सभी सदस्यों को हिरासत में ले लिया। फ्लोटिला में मौजूद लोगों का कहना है कि इज़रायल ने “अल्मा” और “साइरस” नामक जहाजों को घेर लिया है। इसके पहले फ्लोटिला के आयोजकों ने घोषणा की थी कि, उन्होंने अपने जहाजों पर आपातकालीन स्थिति लागू कर दी है।
समूद बेड़े के प्रबंधन ने अपने बयान में कहा: “इज़रायल का बेड़े के जहाज़ों पर हमला गैरकानूनी है और युद्ध अपराध है। इज़रायली नेवी लगातार दुश्मनाना रवैया दिखा रही है।” बयान में यह भी बताया गया कि सभी सवार लोग सुरक्षित हैं। प्रबंधन के मुताबिक: “इज़रायली नौसैनिक जहाज़ों ने जानबूझकर ‘फ्लोरिडा’ जहाज़ को टक्कर मारी और दूसरे जहाज़ों पर पानी की तोप से हमला किया।”अल-जज़ीरा चैनल की रिपोर्ट के अनुसार, समूद बेड़े के 44 जहाज़ों में से अब तक 7 को इज़रायली फौज ने जब्त कर लिया है और बाकी ग़ाज़ा के तट की ओर बढ़ रहे हैं।
इज़रायली नौसेना द्वारा जारी वीडियो में दिखाया गया है कि इज़रायली सुरक्षा बलों ने रेडियो के ज़रिये फ्लोटिला को चेतावनी दी है। इज़रायली सेना ने कहा है कि, अगर फ्लोटिला ग़ाज़ा तक मदद पहुँचाना चाहती है तो वह अपना रुख अश्दोद बंदरगाह की ओर मोड़े, जहाँ से मदद ग़ाज़ा तक पहुँचाई जा सकती है। इज़रायली विदेश मंत्रालय ने भी कहा है कि, उनकी फोर्सेज़ फ्लोटिला तक पहुँच चुकी हैं और उसे रास्ता बदलने के लिए कहा जा रहा है; उन्होंने चेतावनी दी है कि फ्लोटिला युद्ध-ज़ोन में प्रवेश कर रहा है।
फ्लोटिला की स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य तिआगो ओवेला ने अपने जहाज से भेजे गए ऑडियो संदेश में कहा कि वे अपने मिशन के निर्णायक चरण पर पहुँच चुके हैं और वर्तमान में वे इज़रायल की सैन्य नाकेबंदी के पास बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में इज़रायली जहाज़ उस क्षेत्र में मौजूद हैं। यह वही जानकारी है जो इज़रायली विदेश मंत्रालय और मीडिया ने भी दी थी कि उनके इस मिशन को आज रात गैरकानूनी तरीके से रोका जा सकता है, जबकि उनका उद्देश्य नाकेबंदी तोड़ना और एक मानवीय मार्ग खोलना है। फ्लोटिला पर मौजूद एक अरब पत्रकार ने कहा कि कम से कम 12 संदिग्ध इज़रायली जहाज़ उनसे लगभग चार समुद्री मील की दूरी पर हैं; हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि वे किस रफ्तार से बढ़ रहे हैं या केवल रुकावट के रूप में खड़े हैं।
अरब मीडिया के अनुसार, पहले फ्लोटिला ने अपनी वेबसाइट पर कहा था कि काफिला ग़ाज़ा से 118 समुद्री मील की दूरी पर है — वही स्थान समुद्री मील में उस बिंदु से केवल आठ मील दूर है जहाँ जून में इज़रायली सुरक्षा बलों ने राहत जहाज़ “मेडलिन” पर काबिज़ी की थी। तुर्की समाचार एजेंसी से जुड़े फ्लोटिला के एक कार्यकर्ता ज़ैन अल-अबिदीन ओज़कान ने बताया कि रात भर फ्लोटिला के ऊपर ड्रोन उड़ानें जारी रहीं।

