हिज़्बुल्लाह और अमल का संयुक्त आह्वान, बेरूत में बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी
लेबनान की प्रमुख प्रतिरोधी ताक़तें, हिज़्बुल्लाह और अमल आंदोलन ने एक संयुक्त बयान जारी कर मज़दूरों, उत्पादकों और मज़दूर संगठनों के कार्यकर्ताओं से राजधानी बेरूत के दिल, रियाज़ अल-सुल्ह चौक में इकट्ठा होने की अपील की है। यह विरोध प्रदर्शन बुधवार शाम 5:30 बजे आयोजित होगा।
दोनों आंदोलनों ने अपने मज़दूर और यूनियन कार्यालयों के ज़रिये स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन लेबनान सरकार के हालिया दो फ़ैसलों (5 और 7 अगस्त 2025) के ख़िलाफ़ है। इन फ़ैसलों को उन्होंने लेबनान की राष्ट्रीय संप्रभुता, ताइफ़ समझौते और सामाजिक सहअस्तित्व की भावना के विपरीत बताया है। आयोजकों का कहना है कि, सरकार ने जिन निर्णयों को पारित किया है, वे प्रतिरोध के अधिकार और इज़रायल के क़ब्ज़े के ख़िलाफ़ देश की रक्षा की क्षमता को कमज़ोर करते हैं।
संयुक्त बयान में इस बात पर विशेष ज़ोर दिया गया कि प्रतिरोध की शक्ति और उसका हथियार केवल एक राजनीतिक मामला नहीं, बल्कि “राष्ट्र की गरिमा और स्वतंत्रता का प्रतीक” है। उन्होंने चेतावनी दी कि लेबनान की जनता अपने अधिकारों और संप्रभुता की रक्षा के लिए हर स्तर पर खड़ी रहेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विरोध न केवल सरकार पर दबाव बनाने का एक प्रयास है बल्कि एक संदेश भी है कि हिज़्बुल्लाह और अमल, लेबनान की राष्ट्रीय एकता और इज़रायल के ख़िलाफ़ प्रतिरोध को किसी भी क़ीमत पर समझौते का विषय नहीं बनने देंगे।

