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IRCTC घोटाले में लालू, राबड़ी और तेजस्वी के ख़िलाफ़ आरोप तय 

IRCTC घोटाले में लालू, राबड़ी और तेजस्वी के ख़िलाफ़ आरोप तय 

बिहार विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच आरजेडी प्रमुख और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव के परिवार को कानूनी मोर्चे पर बड़ा झटका लगा है। दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने सोमवार को बहुचर्चित आईआरसीटीसी (IRCTC) घोटाला मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित सभी आरोपियों के खिलाफ आरोप तय कर दिए हैं। अदालत के इस आदेश के साथ ही अब इन सभी के खिलाफ औपचारिक रूप से मुकदमा चलेगा।

लालू प्रसाद यादव व्हीलचेयर पर सवार होकर अदालत पहुंचे, उनके साथ राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और आरजेडी नेता प्रेमचंद गुप्ता भी मौजूद थे। अदालत ने कहा कि प्रारंभिक जांच में आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मौजूद हैं और इसलिए सभी पर मुकदमा चलाने का आदेश दिया जाता है।

यह मामला 2006 से 2010 के बीच का है, जब लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार में रेलमंत्री थे। आरोप है कि इस दौरान इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के दो होटलों — रांची और पुरी — के संचालन और रखरखाव का ठेका एक निजी कंपनी को नियमों के उल्लंघन के साथ दिया गया था। इसके बदले में कथित तौर पर यादव परिवार से जुड़ी कंपनियों और रिश्तेदारों को बेनामी संपत्तियों का फायदा मिला।

सीबीआई ने इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और कई अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। बाद में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया।

आरजेडी की ओर से इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश बताया गया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह केस चुनाव से ठीक पहले सक्रिय किया गया ताकि विपक्ष को कमजोर किया जा सके। वहीं, बीजेपी और एनडीए नेताओं ने अदालत के फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि “भ्रष्टाचार पर न्याय की जीत हुई है।”

अब अदालत इस मामले की नियमित सुनवाई शुरू करेगी, जिसमें गवाहों के बयान और सबूतों की जांच की जाएगी। यह सुनवाई बिहार की राजनीति और आरजेडी परिवार के लिए बेहद अहम मानी जा रही है।

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