अमेरिका कभी भी कम्युनिस्ट देश नहीं बनेगा: ट्रंप
अमेरिका में इतिहास रचते हुए 34 वर्षीय डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट ज़ोहरान ममदानी न्यूयॉर्क के पहले मुस्लिम मेयर बन गए हैं। भारतीय मूल के ममदानी को युवा मतदाताओं, विशेषकर 45 वर्ष से कम उम्र के वोटरों का ज़बरदस्त समर्थन मिला। उनकी चुनावी मुहिम सोशल मीडिया पर बेहद लोकप्रिय रही और इसने पारंपरिक राजनीति की सीमाओं को तोड़ दिया।
इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ममदानी की जीत पर तीखी प्रतिक्रिया दी। मियामी के केसिया सेंटर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान, जहाँ वे अपनी चुनावी जीत की पहली वर्षगांठ मना रहे थे, ट्रंप ने मंच पर अचानक अपने मशहूर “सिग्नेचर सॉन्ग” पर नाचना शुरू कर दिया। यह कार्यक्रम कारोबारी नेताओं, खिलाड़ियों और राजनेताओं की मौजूदगी में हुआ, और ट्रंप का यह डांस वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
न्यूयॉर्क ने एक कम्युनिस्ट को चुना है, सोशलिस्ट को नहीं
अपने संबोधन में ट्रंप ने रिपब्लिकन पार्टी की हालिया चुनावी हार को “कम्युनिकेशन की कमी” से जोड़ा। उन्होंने कहा, “जब तक मैं व्हाइट हाउस में हूँ, अमेरिका कभी कम्युनिस्ट देश नहीं बनेगा।” ममदानी पर टिप्पणी करते हुए ट्रंप ने कहा, “अब न्यूयॉर्क आज़ाद नहीं रहा, क्योंकि इस शहर ने एक कम्युनिस्ट को चुना है, सोशलिस्ट को नहीं।”
ट्रंप ने व्यंग्यात्मक लहजे में आगे कहा कि, मियामी अब उन अमेरिकियों की नई मंज़िल बनेगा जो “न्यूयॉर्क छोड़कर आज़ादी की तलाश में हैं।” हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे इस संदर्भ में कौन से कदम उठाने वाले हैं। ज़ोहरान ममदानी की जीत को अमेरिका के बदलते राजनीतिक परिदृश्य की मिसाल माना जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि उनकी सफलता युवा पीढ़ी के भीतर बढ़ती राजनीतिक जागरूकता और सामाजिक समानता के प्रति झुकाव का संकेत है। वहीं, ट्रंप की प्रतिक्रिया अमेरिकी राजनीति में विचारधारात्मक विभाजन को और गहरा करती दिख रही है।

